BJP Leader Murder: 17 घंटे बाद प्रशासन ने मशक्कत के बाद कराया अंतिम संस्कार, पूर्व सीएम रमन सिंह ने हत्या को बताया साजिश..

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राजनांदगांव न्यूजः छत्तीसगढ़ में बीजेपी नेता को नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पीड़ित परिजनों ने 17 घंटे तक शव को किसी को भी हाथ नहीं लगाने दिया था। प्रशासन ने मशक्कत के बाद अंतिम संस्कार कराया। वारदात पर राजनीति सरगर्मी तेज हो गई है।

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राजनांदगांवः छ्त्तीसगढ़ में चुनावी आचार संहिता के बीच बेखौफ नक्सली हत्या की वारदात को अंजाम देते है। इस क्राइम में बीजेपी नेता की गोली मारकर मर्डर किया गया। बीजेपी नेता की हत्या के मामले में शुक्रवार की देर शाम से राजनीतिक सर गर्मी तेज हो गई है भाजपा नेता के हत्या के बाद गांव में मातम पसरा रहा है। परिजनों ने हत्या के बाद 17 घंटे बीत जाने पर भी शव को किसी को छूने नहीं दिया। बड़ी मशक्कत के बाद प्रशासन ने मृतक बिरझू का अंतिम संस्कार कराया।

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दरअसल, राजनांदगांव में एक बीजेपी नेता की नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद परिजनों ने आरोपियों की कार्रवाई की मांग को लेकर शव को छूने नहीं दिया ना ही उसका अंतिम संस्कार किया। प्रशासन के दखल के बाद अंतिम क्रिया हुई। इसमें प्रदेश बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी मनसुख मंडाविया सरखेड़ा पहुंचे। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और सांसद संतोष पांडे भी मौजूद रहे।

नेता को घर के सामने मारी गोली

भाजपा नेता बिरझू तारम की कुछ अज्ञात व्यक्तियों या फिर कहे कि नक्सलियों ने गांव में गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात को मृतक नेता के घर से कुछ मीटर दूर ही अंजाम दिया गया। क्राइम नवगठित जिला मानपुर-मोहला-अंबागढ़ चौकी जिले के औंधी थाना क्षेत्र के सरखेड़ा में गुरुवार की रात को हुई। हत्या के बाद से राजनीतिक सर गर्मी तेज हो गई है। लगातार बयान बजियों का दौर शुरू हो गया है। बीजेपी ने इस पूरे मामले को लेकर प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधा है। बिरझू तारम बीजेपी के किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष थे।

बीजेपी ने मौजूदा सरकार को घेरा

बीजेपी के कई बड़े नेता पीड़ित परिवार से मुलाकात करने पहुंचे। शोक संवत परिवार से मुलाकात कर अंत्येष्टि कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इस दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडविया ने कहा कि मृतक पार्टी के किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष थे। गौ भक्त और राष्ट्रभक्त थे। बिरझू ने आंदोलन किया था जब उन्होंने आंदोलन किया तो उस वक्त एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मार डालो काट डालो की बात कही गई थी। लेकिन प्रशासन में उसमें कोई कार्रवाई नहीं की। यहां तक की प्रशासन ने उनको कोई सुरक्षा दी। इसके चलते आज समाज के एक अच्छे कार्यकर्ता की हत्या हो गई। उसके लिए मैं प्रशासन को जिम्मेदार मानता हूं। सरकार की निष्फलता मानता हूं।

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