Chhattisgarh Election 2023: नक्सलियों के मांद में लोकतंत्र की जय, 23 साल बाद कारीगुंडम में हो रही वोटिंग..

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Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ के कारीगुंडम में 23 साल बाद वोटिंग हो रही है। कारीगुंडम घोर नक्सल प्रभावित इलाका है। इस बार सुरक्षा बल के जवान यहां नक्सलियों का आतंक खत्म करने में सफल रहे हैं।

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Tanay

सुकमा: छत्तीसगढ़ में पहले चरण की वोटिंग शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है। नक्सलियों के मांद में भी वोटरों में खूब उत्साह दिख रहा है। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर वोटरों की भारी भीड़ है। सुकमा जिले के कारीगुंडम से वोटिंग की सबसे खूबसूरत तस्वीर सामने आई है। नक्सलियों के खौफ के कारण यहां के लोगों ने 23 साल से वोट नहीं डाले थे। अब तस्वीर बदल गई है। नक्सलियों के गढ़ कारीगुंडम में लोकतंत्र की जय-जय है।

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सीआरपीएफ की तरफ से एक वीडियो जारी किया है। कारीगुंडम में 23 साल बाद वहां के लोग वोट डाल रहे हैं। पोलिंग बूथ पर सीआरपीएफ जवानों की तैनाती है। साथ ही लोग घरों से निकलकर यहां वोट डालने आ रहे हैं। जवानों ने स्थानीय ग्रामीणों के मन से नक्सलियों का खौफ खत्म किया है। कारीगुंडम चारों ओर से जंगल से घिरा है। यहां दिन में भी एक समय में सुरक्षा बल के जवान जाने से कतराते थे। शायद यही वजह थी कि यहां 23 साल से वोटिंग नहीं हुई थी।

इस बार सुरक्षा बलों ने कारीगुंडम में नक्सलियों का खौफ खत्म कर दिया है। कारीगुंडम के इस गांव में जवानों की भारी संख्या में तैनाती है। वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे सीआरपीएफ के 150वीं बटालियन के जवान वहां वोटिंग करवाने के लिए तैनात हैं। साथ ही घरों से वोटरों को निकालकर जवान पोलिंग बूथ तक लाए हैं। वहीं, इत्मीनान से लोग भी पोलिंग बूथ पर पहुंचकर लोकतंत्र के महापर्व में भाग ले रहे हैं।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में पहले चरण में वोटिंग 20 सीटों के लिए हो रही है। प्रदेश में कुल 90 विधानसभा की सीटें हैं। ये 20 सीटें नक्सल प्रभावित क्षेत्र में हैं। चुनाव आयोग की तरफ से सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। साथ ही पुलिस ने नक्सलियों के मंसूबों पर पुलिस ने पानी फेर दिया है। सुकमा में नक्सलियों ने आईडी ब्लास्ट भी किया है, जिसमें एक जवान घायल हुआ है।

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