बच्ची की मौत से मुंगेली क्वारेंटाइन सेंटर में अफरातफरी ।। जाच के लिए भेजा गया सैंपल।। रिपोर्ट की ओर निगाहें पूरा पढ़ें:-

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मुंगेली(अतुल श्रीवास्तव)जिले में क्वारेंटीन सेंटर में 12 साल की मासूम बच्ची की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक, बच्ची अपने परिवार के साथ 9 जून को इलाहाबाद से गांव लौटी थी. मासूम ब्लड की कमी से जूझ रही थी. इसी बीच आज अचानक तबीयत बिगड़ गई. घंटेभर के भीतर क्वारेंटीन सेंटर में उसने दम तोड़ दिया. इस खबर के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. मृतक बच्ची में कोरोना का कोई लक्षण नहीं था.

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मौत की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग कोरोना सैंपल लिया और शव को बिलासपुर अस्पताल ले जाया गया. कोरोना जांच रिपोर्ट आने के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा.एसडीएम बृजेश सिंह क्षत्रिय ने कहा कि बच्ची में कोरोना का लक्षण नहीं था. जांच के लिए सैम्पल भेजा गया है. खून की कमी और कमजोरी की वजह से तबियत खराब हुई थी.

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इन सब बातों के बाद एक बात सामने आ रही हैं कि स्वास्थ्य विभाग को बच्ची के तबियत खराब होने की जानकारी दी गई थी परंतु स्वास्थ्य अमला नही पहुँचा और बच्ची की मौत हो गई। बच्ची की मौत क्यों हुई इसका पता लगाया जा रहा हैं परंतु जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कहीं न कहीं क्वारंटाईन में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही बरती जा रही हैं, जिसके चलते एक मासूम बच्ची को अपनी जान गंवानी पड़ी। बहरहाल इसमें जांच उपरांत दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग लोगों ने की हैं।

बीते 23 मई को खबर आई थी कि एक श्रमिक की तबियत बिगड़ गई। उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था, तभी उसने दम तोड़ दिया। श्रमिक पैदल और ट्रक से लिफ्ट लेकर अपने परिवार के साथ हैदराबाद से मुंगेली लौटा था। इस श्रमिक की पत्नी को प्रसव पीड़ा की वजह से बिलासपुर के सिम्स अस्पताल ले जाया गया था। जहां उसके नवजात बच्चे की जन्म के तीन घंटे बाद ही मौत हो गई थी। कोतवाली थाना इलाके के किरना गांव के क्वारैंटाइन सेंटर में भी श्रमिक की मौत हो चुकी है। श्रमिक को यहां क्वारंटाईन सेंटर में ही जहरीले सांप ने काट लिया था। इसी वजह से उसकी मौत हुई थी।

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