नहीं की गयी को – वैक्सीन का पहला ट्रायल डोस लगवाने वाले शिक्षक की जांच! दो हफ्तों से खासी से थे परेशान…

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Covaxin Trial in Bhopal: को-वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल में राजधानी भोपाल में स्थित पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में पिछले महीने पहला टीका लगवाने वाले शिक्षक संतोष कुमार को दो हफ्ते से खांसी है। वह दो बार इलाज के लिए पीपुल्स अस्पताल जा चुके हैं। उन्होंने कोरोना की जांच कराने की मांग भी की, लेकिन डॉक्टरों ने जरूरत नहीं होने की बात कही। सर्दी-जुकाम की दवा देकर उन्हें घर भेज दिया गया। चिकित्सकों ने उन्हें कहा है कि 26 नवंबर को 28 दिन पूरा होने पर टीका का दूसरा डोज लगाया जाएगा। उसी दिन कोरोना की जांच भी की जाएगी। उल्लेखनीय है कि आइसीएमआर और भारत बायोटेक द्वारा तैयार की जा रही कोवैक्सीन नाम से कोरोना की वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।

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शिक्षक संतोष कुमार ने बताया कि आठ दिसंबर से उन्हें खांसी आ रही है। उस दिन अस्पताल गए तो चिकित्सकों ने कुछ दवाएं दीं। इसके बाद भी आराम नहीं लगा तो 14 दिसंबर को फिर अस्पताल गए। तब डॉक्टरों ने फिर कहा कि कोरोना के लक्षण नहीं हैं। सामान्य सर्दी-खांसी की दवा दे दी गई। 27 नवंबर को उन्हें पहला टीका लगाया था।

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पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के अफसरों ने बताया कि पहले एक हजार लोगों पर ट्रायल करने के लिए आइसीएमआर और भारत बायोटेक ने कहा था। इसके बाद लक्ष्य बढ़ाकर 1500 कर दिया गया। मंगलवार तक 1700 लोगों पर ट्रायल किया गया। अब इन्हें 26 दिसंबर से क्रमानुसार दूसरा डोज लगाया जाएगा।इस संदर्भ में पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनिल दीक्षित ने कहा कि अभी तक जितने लोगों को टीका लगा है, उनमें किसी को अभी तक किसी तरह की तकलीफ होने की बात उनके संज्ञान में नहीं आई है। 1700 लोगों पर ट्रायल पूरा हो चुका है। अब लोगों को दूसरा डोज लगाया जाएगा।

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