छत्तीसगढ़ चुनाव- नामांकन के जरिए दबाव की राजनीति, कांग्रेस नेता टीवी रवि सहित तीन उम्मीदवारों ने खरीदा फॉर्म

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Chhattisgarh Election Nomination: छत्तीसगढ़ समेत देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. सूबे की सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा के पहले बगावत पर लगाम लगाने के लिए मंथन कर रही है. उसके पहले ही पार्टी नेताओं ने उम्मीदवारी के लिए दबाव की राजनीति शुरू कर दी है. इसके लिए सबसे कारगर जरिया बन रहा है नामांकन फॉर्म.

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Tanay

एक दिन पहले शुक्रवार (13 अक्टूबर) से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हुई है. हालांकि उम्मीदवारी की घोषणा नहीं होने के बावजूद कई नेताओं ने नामांकन फार्म खरीद कर पार्टी को मुश्किल में डालना शुरू कर दिया है. इसमें कांग्रेस के चर्चित नेता टीवी रवि का नाम सबसे आगे है. उन्होंने अपने लिए नामांकन फॉर्म पहले ही दिन खरीदा है. इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के जगदलपुर के उम्मीदवार नरेंद्र भवानी ने भी नामांकन फार्म खरीद लिया. चित्रकूट क्षेत्र से बोमड़ा राम ने भी नामांकन फॉर्म खरीदा. इन तीन उम्मीदवारों के इस कदम के बाद सूबे में चर्चा तेज हो गई है. इसकी वजह बेहद खास है.

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क्या है नामांकन फॉर्म खरीदने का मतलब?

नामांकन फार्म खरीदने का एक स्पष्ट संकेत ये होता है कि खरीदने वाले उम्मीदवार निश्चित तौर पर चुनावी मैदान में कूदने का मन बना चुके हैं. इसका अर्थ है कि पार्टी अगर उन्हें टिकट नहीं भी देती है तो वे निर्दलीय ताल ठोकेंगे.

कांग्रेस नेता टीवी रवि का नाम पार्टी की उस सर्वे सूची में नहीं है, जिसे उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम मुहर लगाने के पहले तैयार किया गया है. इसलिए उनका नामांकन फार्म खरीदना चर्चा में है.

बीजेपी से कांग्रेस में आए हैं रवि

टीवी रवि छत्तीसगढ़ के चर्चित नेताओं में से एक रहे हैं. पहले वह बीजेपी में थे और बाद में पार्टी बदलकर कांग्रेस में शामिल हुए हैं. उनका मूल पेशा प्रॉपर्टी डीलिंग रहा है. हालांकि जगदलपुर रावघाट रेल लाइन के करीब जमीन के जबरदस्ती अधिग्रहण के आरोप भी उन पर लगते रहे हैं.

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